ऐसे देखता है हाथों की लकीरों को जैसे तक़दीर बोल पड़ेगी जीते जी तुमने कभी बात तक ना कि मरने पे ऐसे बात करते हो जैसे वो बोल पड़ेगी #कविसागर..... ©Kabir Thakur देख रहे हो बिनोद #binod