बहुत रो लिया गम ए-आंसुओं से ए दिल तू अब मुस्कुराना सीख,, ना रह खामोश, तन्हाइयों में सुन बेवजह, कुछ भी गुनगुनाना सीख भूल बैठा उसे जिसने बनाया है तुझे, सजदे में उसके, सर झुकाना सीख मैं हूं ना साथ तेरे, आखिरी सफर तक मेरी ही धड़कनों में, लुफ्त उठाना सीख, होना नहीं परेशान कभी तू अकेलेपन से जो छोड़ गया तुझे उसे भूल जाना सीख, - Ashish I'm trying to forget you