कभी बेटियाँ बन कर लाती हैं यह खुशियाँ, बन कर रहती हैं यह पिता की राजकुमारियाँ, रखें इन्हें प्यार से, यह हैं मासूम कलियाँ, अपनी खुशबू से महका देती हैं हर गलियाँ, ऐसी लाडली होती हैं बेटियाँ।। कभी बहन बन कर छुपाती हैं यह गलतियाँ, निशछल प्यार से सजाती हैं भाई की कलाइयाँ, भले कच्चे धागे से बनाती हैं यह राखियाँ, पर अपनी मुस्कान से सजाती हैं सबकी जिंदगियाँ, ऐसी प्यारी होती हैं दीदियाँ।। कभी परछाईं बन कर साथ निभाती हैं बीवियाँ, जिदंगी को सजाती हैं जैसे फूलों की बगियाँ, सारे गम को अपना बनाती हैं पत्नियाँ, खडी रहती हैं साथ जैसे हो सखियाँ, ऐसी स्नेही होती हैं बीवियाँ।। कभी माँ बन सजाती हैं ममता की फुलवारियाँ, बच्चों एवं दुखों के बीच रखती मीलों की दूरियाँ, सवस्य लुटाती हैं परिवार पर, सह कर हजार मजबूरियाँ ऐसी होती हैं यह जैसी त्यागमूर्तियाँ।। कभी दादी बन सुनाती कहानियाँ, सुना कर लोरी बुलाती हैं प्यारी निंदियाँ, बचाकर बुराइयों से उतारती हैं हमारी नजरियाँ, प्यार से ज्यादा प्यार लुटाती हैं दादियाँ, ऐसी अच्छी होती हैं दादियाँ।। Women are indispensable part of nation...If women moves the family moves,the society moves,the state moves and the whole nation moves... #architaavijyotsinghthakur #yqbaba #yqdidi #yourquotes #beingwomanisabliss #proudtobeagirl #beinggirl #creationofgod