मोहब्बत थी, तो इज़हार कर देतीं खलिश थी, तो इंकार कर देतीं.. अगर गुल था कोई और, आपके इस गुलज़ार का... तो कम-से-कम हमें इत्तला कर देतीं #dk #dkpatel#इत्तला