उद्भट राजनीतिज्ञ , महाप्रतापी, महापराक्रमी योद्धा , अत्यन्त बलशाली , शास्त्रों का प्रखर ज्ञाता , प्रकान्ड विद्वान पंडित एवं महाज्ञानी रावण की लंका फुकने आज न जाने ऐसे ही कितने राम उस भीड़ में आएँगे जिसके अंदर एक दुशासन छुपा होगा, कलयुग के द्रौपदी के लिए! क्यूँ कि रावण जहाँ दुष्ट था और पापी था, वहीं उसमें शिष्टाचार और ऊँचे आदर्श वाली मर्यादायें भी थीं। राम के वियोग में दुःखी सीता से रावण ने कहा है, “हे सीते! यदि तुम मेरे प्रति काम-भाव नहीं रखती तो मैं तुझे स्पर्श नहीं कर सकता।” prem_nirala_ उद्भट राजनीतिज्ञ , महाप्रतापी, महापराक्रमी योद्धा , अत्यन्त बलशाली , शास्त्रों का प्रखर ज्ञाता , प्रकान्ड विद्वान पंडित एवं महाज्ञानी रावण की लंका फुकने आज न जाने ऐसे ही कितने राम उस भीड़ में आएँगे जिसके अंदर एक दुशासन छुपा होगा कलयुग के द्रौपदी के लिए! क्यूँ कि रावण जहाँ दुष्ट था और पापी था, वहीं उसमें शिष्टाचार और ऊँचे आदर्श वाली मर्यादायें भी थीं। राम के वियोग में दुःखी सीता से रावण ने कहा है, “हे सीते! यदि तुम मेरे प्रति काम-भाव नहीं रखती तो मैं तुझे स्पर्श नहीं कर सकता।” #prem_nirala_