मेरी कविताएं........ निवेदन करती हैं अपने प्रभास से कि वह बिंदास अपने पथ पर आगे बढ़े और स्वयं को आलोकित करते हुए समस्त सृष्टि का पालन करें बिना किसी भय के बिना किसी पूर्वाग्रह के........... # मेरी कविताएं