जब भी ज़िन्दगी मेरी मुझसे नाराज़ होती हैं, मेरी आंखों से अश्कों की बरसात होती हैं, मैं अपनी कलम उठा लेती हूं फिर पन्नों पर अलफाजों की कतार होती हैं, और जब आंखों से निकले अश्क़ मेरी दर्द भरी अल्फाजों पर गिरते हैं, मैं तो बंद करके रख देती हूं अपनी डायरी लेकिन ये दोनों हर वक़्त आपस में बातें करते हैैं, फिर कुछ यूं मोहब्बत हो जाती हैं दर्द के आलम में अश्क़ और अल्फ़ाज़ को एक दूसरे से, के जब भी मैं वो पन्ना पलट कर देखती हूं तो दोनों एक दूसरे में समाए झलकते हैं, अल्फ़ाज़ कुछ अश्क़ के ढंग में और अश्क़ कुछ अल्फ़ाज़ के रंग में रंगे छलकते हैं #saman_asfia #saman_asfia_brokenheart #samanasfia_deepthoughts #love #shayari #life #latenightthoughtbazaar #lovequotes