क्यूँ करुँ किसी से झगड़ा, क्यूँ करुँ शिकायत किसी से, क्यूँ करुँ गुस्सा किसी पर, क्यूँ करूँ बगावत किसी से, ये विशेषताएं सभी है मुझे , कौन अब् ये बोझ उठाए , मुझ जैसे सनकी से, दोस्त रहे खुद को बचाय सनकी दोस्त