नग्न आया था दुनिया में, नग्न हो के ही जाना है। नग्न ही है शख्सियत मेरी, नगण्य ही मेरी पहचान है। सब कुछ ही नग्न है यहाँ, तो फिर क्यूँ झूठी शान है। क्यूँ झूठा मेरा अभिमान है। क्यूँ झूठा तेरा अभिमान है। चंद पन्क्तियाँ इन्सान की नग्नता को दर्शाती हुई। #YqBaba #Yqdidi #YoPoWriMo #IkraashNaama #NudityOfThoughts