"तन्हाइयों में रोता हूं लेकिन महफ़िल में हंसता हूं मैं अब लौट कर मत आना मेरी जिंदगी में क्योंकि जिंदगी जीना सीख लिया है तेरी गैर मौजूदगी में" _jha aditya_ #hert broken#