यू नहीं है की फकत मैं ही उसे चाहता हूं जो भी उस पेड़ के छाव में गया बैठ गया उसकी मर्जी जिसे पास बैठा ले अपने इसमें क्या लड़ना फना मेरी जगह बैठ गया वॉल पुट्टी लवर