कभी आप भी हमारे आँगन में चले आओ, ढलते सूरज को साथ साथ बैठ कर देखे. दिन भर तो नहीं मगर दिन के अंत में मेरे साथ कुछ वक़्त भी जाया कर लीजिये, क्या पता सूरज से यह मेरी आखिरी भेट हो. - स्वेता #विचार #कविता #शायरी #संगीत #दुःख #नोजोटोएपप