फूलों की डाली सा झूमे है तू बता तेरा गुलशन कहां है महसूस तो कर पा रहा हूं तुझे तेरी आवाज से फिर भी बता तू रहता कहां है शायर आयुष कुमार गौतम phulo ki dali sa jhume h tu