#5LinePoetry चलो इस पार से उस पार चला जाए। जब तक रौशनी दिखाई दे रही है .. तब तक तो चला जाए .... न जाने कब शाम रात का अंधेरा ले आए...! एक उम्मीद है जो उस पार पहुंचाने की.... अधूरी ही न रह जाए..! ©M. Acharya #LinePoetry प्रकृति का कहर। #5LinePoetry