अफ़सोस वक़्त! कहाँ आजकल जो मैं सोचूं क्या ग़लत क्या सही कदम बढ़ाए चलता हुं साथ क़िस्मत है हमराही खोया जो भी वाक़िफ़-ए-ग़म हो कर अब कोई इरादा नहीं कुछ पाने की कुछ खो कर हर तमन्ना से परे मैं अब जीता हूं मिले जो भी तोहफ़ा क़बूल करता हूं हाँ कुछ बातें रह गई अनकही कुछ लिखकर थम गई स्याही समझना कहाँ दिल का काम होता है प्यार में इसिका अफ़सोस रह जाता है... अफ़सोस #अफ़सोस #lifequotes #lovequotes #waqif_e_gham #memories #yqthoughts #yqhindiurdu #beyonddesire