उदास है मन और वजह पता नहीं है, टूटा है दिल, फिर भी हम खफा नहीं है। हक़ जता सके उन पर ऐसी उनकी रज़ा नहीं है, बिखर गयी है ज़िन्दगी, और ये कोई सज़ा नहीं है। चांदनी रात सी बन बैठे हैं, और चाँद का पता नहीं है, बीत गयी सारी रात मयखाने में, फिर भी नशा नहीं है। ज़िन्दगी गुज़ार दी आस में ,पर ये वफ़ा नहीं है, टूटा है दिल , फिर भी हम खफ़ा नहीं है। ©Jagriti Mithilesh #एहसास दिल के #nojotobestshayari #nojotobestpoetry #nojotoshayari2021 #nojotopoetry2021 #bestportry #Bestshayariinhindi #jagritimithilesh #allalone