बदनसीबों के नसीब में क्या खुब गूंज है कि- जब वास्ता ही ना रहा, तो वजूद क्या करोगे, बेपनाह सुकुं-ए-चैन अता की हकीकत में, सबूत क्या करोगे ।। @Xn.niku #nojoto#xn