कश्मीर..... कैसी है आवाम हमारी, संदेसा कोई तो लाइए।.... कश्मीरियोंके संग सारा, कश्मीर हमको चाइए।.... वो भी हमारे वतन का हिस्सा, वतन के सरफराज है, सन्नाटे के काले बादल, क्यु वहापर आज है। क्या गुजरी है आपबीती, खबर कोई तो लाइए।..... कश्मीरीयोंके संग सारा, कश्मीर हमको चाइए।.... देवभूमि शांत क्यू, कैसा वहां का मंजर है। क्या सच क्या छूट, सोच के दिल ये बंजर है। आगवा ना हो मस्तिष्क यारों, तस्वीर कोई तो लाइए।.... कश्मीरियों के संग सारा, कश्मीर हमको चाइए।.... कैसी है आवाम हमारी, संदेसा कोई लाइए।... कश्मीरियोंके संग सारा, कश्मीर हमको चाइए।... कविराज। 8698845253 कश्मीर.....