परिस्थिति के अनुसार मैंने खुद को ढाल लिया.. अच्छे नहीं थे हालात फिर भी खुद को संभाल लिया.. डरती थी सांपों से, अब कुछ को आस्तीन में पाल लिया।। बात ना बढ़ जाए कहीं सोचकर झगड़े को टाल दिया.. खंजर चले जब भी दिल पर सुई समझ निकाल दिया.. दिल को खिलौना बना सबके मुताबिक हवा में उछाल दिया।। मायके और ससुराल के बीच की है कड़ी रिश्तों के मझधार में रहती डटकर खड़ी वो होती है "बहू" जो अपने आत्मसम्मान का गला घोंटकर अपना जीवन सबके लिए समर्पित कर देती है।। Thanks everyone for your pokes😊❣️ #yqbaba #yqdidi #bahu #shivangiverma #shivishivi #yqquotes #life