बचपन की बातें कुछ और थी कागज़ की कश्ती में सवार सारा जहां घूम लेते थे यूंही न डूबने की फ़िक्र, बेख़ौफ़ होकर बादशाह खुद को समझते थे 𝐎𝐏𝐄𝐍 𝐅𝐎𝐑 𝐂𝐎𝐋𝐋𝐀𝐁 എഴുത്താണി 𝐀𝐝𝐝 𝐘𝐨𝐮𝐫 𝐁𝐞𝐚𝐮𝐭𝐢𝐟𝐮𝐥 𝐓𝐡𝐨𝐮𝐠𝐡𝐭𝐬..... Please maintain our hashtag #എഴുത്താണി #എഴുത്താണി #നിങ്ങളുടെ_വരികൾക്കായ് #എഴുത്താണി_02102022