तुम हमें सियासी गलियों में घुमाते जा रहे हो, लाल किले से लाल दरवाजा दिखाते जा रहे हो, तुम निरंकुश होकर सितम ढ़ा रहे हो, अब ध्यान यह भी रखना साहब तुम भी नज़र में आ रहे हो। -बम्भू तुम हमें #सियासी #गलियों में घुमाते जा रहे हो, #लाल किले से लाल #दरवाजा दिखाते जा रहे हो, तुम #निरंकुश होकर #सितम ढ़ा रहे हो, अब ध्यान यह भी रखना #साहब तुम भी #नज़र में आ रहे हो। -बम्भू