बिल्कुल याद है मै डरी डरी सी, तुम भी सहमे सममे से, और बीच रासते मे, गाडी का खराब हो जाना, तुम्हे यु परेशान देख, मेरा तुम्हे समझाना फिर दोस्त को, फोन करके बुलाना याद है हमे वो सुनी सडक सफ़र कुछ रास्ते, कुछ सड़कें, कुछ मोड़ हमारे ज़ेहन में महफ़ूज़ हो जाते हैं। #सूनीसड़क #collab #yqdidi ... YQ Sahitya पर पढ़ें हिंदी साहित्य की बेहतरीन रचनाएँ। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi