वो शख्स,कोई और नही मेरा ही दूसरा किरदार हैं, जो हर पल हर क्षण मेरे सोये अरमानो को जगाता हैं, मेरे होने का एहसास व मेरा वजूद महसूस करवाता हैं, खो न जाऊँ इस भीड़ में,कहिं समाप्त न हो जाऊँ, मुझें सितारों की भांति इस अंनत जग में जगमगाता हैं, मेरा खोया व कहीं गुम हो गया अस्तित्व याद कराता हैं, क्या सही हैं व क्या ग़लत हैं ,की पहचान करवाता हैं, ये मेरा नैतिक पतन व गलत राह जाने से बचाता हैं, मनोवैज्ञानिकों ने इसे परां अहम का नाम दिया हैं, यह वास्तविकता से मुझें परिचित करवाता हैं। वो शख़्स... #woshakhs #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan