कल फिर बरसात आएगी कुछ खुशियां तो कुछ आंसू भी लाएगी।। एक तरफ खुशियों की चमक होगी दूरी तरफ दर्द की दास्तान होगी।। कुछ बाढ़ तो कुछ प्यार भी लाएगी कल फिर बरसात आएगी।। कहीं गलियों में कीचड़ पड़े होंगे। कहीं बड़ी समस्याएं खड़े होंगे।। सरकार के खोखले वादे होंगे। कुछ कम तो कुछ ज्यादे होंगे।। कुछ बनते तो कुछ टूटते इरादे होंगे।। मौत पर मुवावजा का ऐलान होगा।। फसलों का डूबने के मलाल होगा। हवाई सर्वेक्षण होते रहेंगे। नन्हीं नन्हीं आंखें रोते रहेंगे।। दहसत का ये दौर कब जाएगी? कल फिर बरसात आएगी।। मच्छरों के झुंड मंडराते रहेंगे। जुगनु भी चमचमाते रहेंगे।। गांव में सड़ी पुवाल होगी। शहरों की बुरी हाल होगी।। कुछ घरों में पानी घुस होगा। हर बार का यही किस्सा होगा। न भूलने वाला वो यादें राह जाएगी। कल फिर बरसात आएगी।। कल फिर बरसात आएगी