हत्या सिर्फ किसी को मारने से ही नहीं होती । कभी-कभी हत्या तो इतनी भयानक होती है,की इंसानों के शौक को ही मार देती हैं। जैसे एक है मेरे पास की एक लड़की कैसे आपने सपनों कि हत्या कर देती है। बदलना तो नहीं चाहती थी मै ,पर लोगों ने मजबूर कर दिया। वो भी किया याद रखेंगे, कि जिसने मुझे क्या से क्या बना दिया? अब तो मैंने भी सोच लिया है कि, अब न दूंगी मै उन्हें एक भी शिकायत का मौका। अब तक तो बस मैंने खुद से अपने सारे शौक और खुशियां ही छीनी थी। पर अब तो मैंने सोच लिया है ,कि खुद के अंदर बच्चे बचपने को भी जला डालूंगी । अपने बकबक की आदत को बदलना डालूंगी। अपने लोगों को मुझसे शिकायत का मौका ही ना मिले। बदलना तो नहीं चाहती थी पर लोगों ने मजबूर कर दीया, बदलने को। #हत्या एक कहानी#y ó stro w r im o