गाँव में वापसी आज मैं वापस अपने गाँव आया हूँ। अपने अपनों से मिलने। नौकरी लगने के बाद पहली बार अपने गाँव आया हूँ। दिल्ली शहर में नौकरी लगी है। आमदनी वैसे कुछ ज्यादा नहीं है। फिर भी पहली बार आया हूँ तो सब के लिए कुछ ना कुछ लाया हूँ। आज जी भरकर सबसे बातें करूंगा। आज माँ की गोद में सर रखकर सोऊँगा। आज दादी माँ का दुलार भी पाऊँगा। पापा की फटकार भी सुनने को मिलेगी और उसके बाद जब दादा जी पापा को डाँटेगे तो माँ और मैं धीमे-धीमे ही हँस देंगे। ओह! अलार्म बज गया। ये तो एक ख्वाब था। सुबह हो गई थी और इस सुबह के साथ मेरे ख्वाब की सुबह भी हो गई थी। #गाँवमेंवापसी#एककहानी #priyanka-pri