बारिशों की सोंधी खुशबू मिट्टी को महकाने लगे तितलियों के पर जमी से उड़ ,जाने लगे हम खुद को दिल से बेगाने लगे। समझना कुछ तो ख़ो गया है ऋतुओं से ऋतुओं का मिलन हो गया है। #मिट्टी की सोंधी खुशबू