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मेरी गली में थक के बैठ जाता हु अपनी गलीयो मे। मेर

मेरी गली में  थक के बैठ जाता हु अपनी गलीयो मे।
मेरी गली ही तो मेरा गम समझती है।
आता हु कही से तो छु के ये,
मत जा कही तु, ये गालियां सुनसान लगती है । #मरी गली
मेरी गली में  थक के बैठ जाता हु अपनी गलीयो मे।
मेरी गली ही तो मेरा गम समझती है।
आता हु कही से तो छु के ये,
मत जा कही तु, ये गालियां सुनसान लगती है । #मरी गली