ये लोग हैं जो तुम्हें समझाने वाले मतलब मतलब से हक जताने वाले मौका परस्तों की कमी नही है यारो देखते हैं लोग इश्क़ पे इतराने वाले खुदको इतना नादान समझता नही मैं क्यों जलते हैं हाथ आग बुझाने वाले मेरे ज़ख्मो का हमनवां बना है जो हाथ कांपे क्यों नही खंज़र चुभाने वाले अंसारी इन लबों से कुछ इरादा न करो यहीं है तेरे आँगन के दीये बुझाने वाले ©Jishant ansari #Likho #shyari #poatry #Emotional #Fear #LO√€