#मुकरी दिन बोलूं तो रात बताए। बात बात में रोब दिखाए। रक्खे यूँ गर्दन ज्यों बैंत। क्यों सखि, साजन? ना सखि, ऐंठ। अंजलि राज — % & #अंजलिउवाच #मुकरी #YQdidi #ऐंठ #साजन #दिन #रात #रोब