बहुत सह लिए हैं दुनियां के जुल्म- ओ -सितम, अब हम खुद को हर बंधन से आजाद करते हैं। सारी कुरीतियां और कुप्रथाओं का विरोध कर, हम एक नई दुनियां बनाने का आगाज करते हैं। जी रहे थे घुट-घुट कर समाज के बनाए नियमों व कानूनों को हम, अब सब का विरोध करते हैं। समाज के सारे ही झूठे बनावटी और दिखावटी रस्मों रिवाजों को हम, तोड़ने का प्रयास करते हैं। बना लेंगे हम एक नया आसमां जहां में खुद की खातिर, चलो हम सब एक नई शुरुआत करते हैं। दिखा देंगे जमाने को हम भी किसी से कम नहीं, हम भी आगे बढ़ने का जज्बा जोरदार रखते हैं। भेदभाव की सब दीवारें मिटाने के लिए जहां से, हम अपने घर से ही पहला-पहला प्रयास करते हैं। खुद को सक्षम बना कर दिखाते हैं पहले सबको, फिर औरों के लिए अपना उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। -"Ek Soch" Howdy Writers ❣️. Open for Collab 🔥 • #TPhindi28 • #theprompter • Winner will get testimonial shoutout 😁. • Deadline ⏳: 9am (Thursday) #yqtheprompter #tp090920 #life #inspiration #yourquote #YourQuoteAndMine Collaborating with The PROMPTER