Mumbai Rains बारिश-----को देख कर दुनियाँ वाले भीगने की नजर से घरो की ओर भागते है,,,,,लेकिन मेरा रिवाज़ उल्टा है,,,हम बारिश आने पर बहार भीगने जाते है बारिश----- दुनियाँ की यह तश्वीर मुझे बहुत सोचने को मजबुर कर देती है कि----- जब बारिश ना आये तो "इंतजार" करती है फिर भी ना आये तो,,,,मंदिरो मे,मस्जिदो मे ना जाने कितने ही विविध अनुष्ठानो के द्वारा """देवराज इंद्र से बारिश की गुहार करती है,,, जब बरसात हजारो आत्माओ की विनय पर आती है तो मुर्ख """उसे देख कर घरो मे छीप जाते है या छातातान कर भीगने से बचाते है लेकिन """हम तो बाज है हमे तो बरसात आने का इंतजार रहता है और बरसात आने पर हम तो बरसात मे भीगने का मजा लेते है और ताडण्व करते है