बहुत खूब लिखते हो जानी लगता है तुम भी किसी दर्द से गुजर रहे हो लफ्जों में सबकुछ साफ झलक रहा है पूंछने पर बस जुबान से मुकर रहे हो आयुष कुमार गौतम बहुत खूब लिखते हो जानी