एक तरफ साँवले कृष्ण दूसरी तरफ राधिका गोरी जैसे एक दूसरे से मिल गए हों चाँद चकोरी। राधा के सच्चे प्रेम का यह इनाम है, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम है। कान्हा को राधा ने प्रेम का पैगाम लिखा, पूरे खत मे सिर्फ कान्हा कान्हा नाम लिखा। प्रेम की भाषा बड़ी आसान होती है, राधा कृष्ण की प्रेम कहानी यह पैगाम देती है। कृष्ण की प्रेम बाँसुरिया सुन भई वो प्रेम दीवानी, जब जब कान्हा मुरली बजाये दौड़ी आये राधारानी। कितने सुन्दर नैन है तेरे ओ राधाप्यारी, इन नैनो में खो गए मेरे बाकेबिहारी। कान्हा तुझे ख्वाबो में पाकर दिल खो ही जाता है, खुद को जितना भी रोक लू प्यार हो ही जाता है।। ©Ajay Tiwari Raja @priyatiwariashq @abhay pandey #Krishna