अभी चुलबुल सी रहने दो यह सब लम्हें सहेजने दो यह तितली पकड़ने दो यह फूल चुनने दो कुछ ख़्वाब बुनने दो सहेली संग शोख़ी करने दो थोड़ा मन मौजी बनने दो दिल में नए अरमान पलने दो क्योंकि यह कहीं और नहीं मिलेगा माँ तुम्हारी यह परछाई तुम्हारी यह सलाह मुझको उस आँगन में नहीं मिलेगी जिसमें मैं ब्याह कर जाउंगी #something_from_heart #चुलबुल #लम्हें #तितली #फूल #ख़्वाब #सहेली #शोख़ी