तलवार दे ज़ख्म मिट जांदे ने 💔 पर बोला दे ज़ख्म याद हमेशा रहंदे ने 💔 तेरा प्रीत साक्षी तुमने तो हर इक निशानी मेरी अपने से दूर करदी लेकिन हम अब तक तुम्हे ओर तेरी बातों को ना भुला सके