वो खड़ा रहा की शायद उसे भी कोई समझेगा वो बस खुद से समझाना नही चाहता था वो रोता भी तो कैसे चेहरा छुपाके दुनिया मे उसे मजबूत मर्द कहा जाता था ©kumar rajput saket imd #internationalmensday