Nojoto: Largest Storytelling Platform

वो कातिल दिलनशीं अदा खो गई  मिलने से पहले दिलरूवा

वो कातिल दिलनशीं अदा खो गई 
मिलने से पहले दिलरूवा खो गई ।

घनी जुल्फों में मोड़ थे भंवर जैसे
फसकर हर मोड़ पर हवा खो गई।

किसने लूटा है इस तरह आपको
हुस्न की सब तासीर-ए-नशा खो गई।

घुट रहा है दम मरीज ए इश्क का
चारागर खो गया दवा खो गई।

शहर में अब वो रौनक नहीं दिखती
तुम खो गये शहर की फ़ज़ा खो गई।

छोटी सी जिंदगी है इश्क में गुजार दे
शिकवा न हो कि ये वेबजहा खो गई।

चली तो आती दौड़ी दौड़ी वो मेरे लिए
हाय उसके महलों में मेरी सदा खो गई।

यूँ हुए कपिल दीवाने दुनिया में आकर
कहीं दिल खो गया कहीं दुआ खो ग

©Deep isq  Shayri #lover
  #2023Recap #copy