मेरे नूर-ए-नज़र, मेरे क़ल्ब-ओ-जिगर तू जो घर आएगा तो मज़ा आएगा। ईद से पहले हो जाएगी मेरी ईद और घर ये मिरा जगमगा जाएगा। तेरे आने की खुशबू से घर दम-ब-दम हो मुअत्तर मुअम्बर बने ये हरम जब पड़ेंगे क़दम, तेरे मेरे सनम मुश्क-ओ-कस्तूरी में घर नहा जाएगा। #नासिर ©Nasir नासिर #OneSeason