#OpenPoetry क्यों बिकती मानवता थोड़े मोल भाव में क्यों छोर्ड जाते माँ-बाप अपनी ही बच्ची को पैसो के अभाव में क्यों छोर्ड जाते वो उसे ऐसे ही कंही भी असुरशित छाँव में माना ,मैने उनकी है मजबूरियां पर क्यों देते वो उसकी सजा उस नन्ही बेकसूर जान को शायद रिश्ता नही है उसका उनसे लम्बा पर फिर भी कम से कम मानवता का रिश्ता तो है ना बनता क्यों बिकती मानवता थोड़े मोल भाव में क्यों बेच देते है लोग लड़कियों को एक एक रात के लिए थोड़े से पैसो के दबाव में क्यों वो करते उनका भाव ताल है क्या सच में पैसो का इतना अकाल है क्या सच में इस परेशानी का सिर्फ यही समाधान है क्यों बिकती मानवता थोड़े मोल भाव में वो ड्राइवर जिसको तुम समझते नीची जात का वो भी दिखाता कभी कभी इन्सानियत देख एक माँ को बच्ची लिए गोद में दे देता वो भी उसे सीट किसी ओर को उठा उसे बिना किसी सोच विचार तब कहाँ मर जाती वो बस में बैठे तमाम ऊँचे जात के लोगों की शान है तब क्यों नजर नही आते उनमे इंसानियत के नामो निशान है क्यों बिकती मानवता थोड़े मोल भाव में क्यों बनती लड़कियाँ उनकी हैवानियत की शिकार है क्यों लड़की होना ही उनका कसूर हर बार है क्यों इतने कैंडल-मार्च के बाद भी होती हर बार लड़कियों की इज्जत तार तार है क्यों छिप जाते उनके घिनोने काम भी पैसो ओर औदे के नाम पर क्यों करता इंसान मानवता को शर्मसार है क्यों बिकती मानवता थोड़े मोल भाव में....... #OpenPoetry क्यों बिकती मानवता थोड़े मोल भाव में please read it if you like this poem then if you dont want dont do like comment thats your wish but if you agree from these lines please share it ....😊😊🙏🙏🙏 #nojoto #nojotohindi #poem #poetry #humanity #disclousre #challenge #writing #task #nojoto #love #challenge #story #nojotofilms #mohaabt #nojoto #nojotohindi #nojotofilms #love #confusions #openpoetry #pyar #heart #broken #dil #people #masum #time #breakups #lonely #nojotomusic #life #prem