हां भाई साहब इंसानियत तो सब मे आज भी कूट कूट के भरी है बस याद वो सिर्फ अपने वक़्त पे आती है #आज कल इंसानियत कहाँ बची #janhit# aaj kl insaniyat bachi hi kahan hai valo k liye ..