अब अपनी तन्हाई में रोज़ रो लेता हूँ। मोहब्बत में मिली सज़ा से हो लेता हूँ। मकसद-ए-ज़िन्दगी में इज़्तिराब भरे हैं, तो दर्द को आँसुओं के सहारे धो लेता हूँ। अपनी तन्हाई में #tanhaimen #collab #yqbhaijan #nirajnandini #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan