जिस चाँद के टुकड़े की उपमा बनाये हो, जिस चाँद से महबूबा का मुखड़ा भरमाये हो, जो चाँद सी सच-मुच में होती, तो शायद अंतर करते, तुम जमीं-आसमाँ के चाँद में। - शिवानी #चाँद #जमींआसमाँकाचाँद #बोडीपोसिटीवीटी #bebeautyfulasyouare