तुझे छू कर बस महसूस करना चाहा था अपने प्यार का इजहार करना चाहा था पर ना समझ पाए हम तुम्हारे घटिया इरादे हमे तो बस अपने दिल की बात तुम्हारे दिल तक ले जाना था बस अपनी शोहरत और दौलत के दिखावे के खातिर खुदगर्ज़ी कर तुमने ख़ुद को गैरों के बाहों में भर लिया फ़िर भी ना तलब की तुमसे मेरे पाक इरादों को गैरों के खातिर नापाक बना दिया बेबुनियाद बेवजह नापाक इल्ज़ाम लगाकर हम पर ज़िंदगी भर के लिए हमें उम्र _ए क़ैद करार करवा दिया ये कैसे खुदगर्ज प्यार की सजा पाई हमने की अफसोस अब जिंदगी भर के लिए हर प्यार से विश्वास खो कर हमने ख़ुद को भी अब खुदगर्ज बना लिया ©Sonuzwrites #UskeHaath कैसी तेरी खुदगर्ज़ी 💔 शादाब खांन 'शाद'