सा रे ग म प ध नी संपूर्ण संगीत का आधार है इनके बिना ना षड़ज ना गंधार है पूरे विश्व में सा ओम की टनकार है सुर लय ताल इनके बिना बेकार है जाओ सा से सा पर ही आना है नीचे से चढ़ते हुए कर्म ऊंचे सा पर जाना है संगीत में 12 स्वर होते हैं 7 शुद्ध स्वर और 5 स्वर रे, ग, ध, नी कोमल और म तीव्र सृष्टि एक संसार है यही संगीत का चक्रधार है ©manoj Kumar #Sangeet ka brahmand