अपनी ज़मीं अपना आकाश पैदा कर,अपने कामों से एक नया इतिहास पैदा कर। माँगने से मंज़िल नहीं मिलती मेरे दोस्त, अपने हर क़दमो में एक विश्वास पैदा कर।। हरि हरि ॐ।।