गेहूँ के साथ घुन पिसना कहावत तो सुनी होगी मेहनत का पसीना बहा के सुंदर इमारत बनी होगी वो जो कहते हैं उनका काम है, उन्हें कहने दो गफ़लत में होगा वो, दिल-ओ-दिमाग में ठनी होगी आज आ जाने दो एक बार उन्हें शहर-ए-दिल में पुर-ज़ोर होंगी हवाएँ, चरागों की मन-मानी होगी किताबों में जो लिख दिया है, वो अमर हो गया तज़ुर्बा उसका देख क्या ख़ूब उसकी जवानी होगी एक आरज़ू ने ज़िन्दा रक्खा हुआ है 'सफ़र' को ग़मो से दूर, ज़िन्दगी में मसर्रतों की रवानी होगी ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_190 👉 गेहूँ के साथ घुन पिसना मुहावरे का अर्थ --- दोषी के साथ निर्दोष की भी हानि होना। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।