कभी एक आंधी मन को झांझोड़ जाती है सोचते हैं हम वो लौट जाएगी पर वो गुफाओं में कैद हो जाती है कोई इसे रोक नही पाता कई इससे हार मान जाते हैं पर आगे बढ़ते हैं सिर्फ वो जो आंधी की रुख को ही मोड़ जाते है #आंधी #मन #आगेवहीबढ़तेहैं #आगेबढ़ो #हिंदीशायरियां 14/08/14