गमों ने ढूँढ लिया है मुझको, कि फिर से तवियत नासाज है। मैं कैसे खुश रह लूँ अकेला, कि मेरा अपना कोई नाराज है। ©Diwan G #नासाज #नाराज #तवियत #गम #माहर_हिंदीशायर