#AzaadKalakaar - कुण्डलिया छंद - ********************************** संसद में अब आ गया, स्वर्ण जड़ित सेंगोल। अच्छे दिन के द्वार जो, दे शायद अब खोल।। दे शायद अब खोल, शक्ति अतुलित है इसमें। धर्म न्याय ईमान, दण्ड सब कुछ है जिसमें।। राजा को यह दण्ड, रखेगा उसकी हद में। इसीलिए सेंगोल, रखा दिल्ली संसद में।। - हरिओम श्रीवास्तव - ©Hariom Shrivastava #AzaadKalakaar